देवघर : देश के 13 वें एम्स का केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को दिल्ली से इसका वर्चुअल उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा की धरती पर झारखंड के लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा एम्स में मिलेगी. इलाज के लिए उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा. एम्स की टीम से उन्होंने कहा कि वे सेवाभाव से काम कर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरें।
फिलहाल यहां 20 से अधिक तरह के रोगों की जांच होगी
स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाने के लिए एम्स देवघर के ओपीडी ( आयुष भवन) को जनता के लिए खोल दिया गया है। फिलहाल यहां 20 से अधिक तरह के रोगों की जांच होगी। हर रोज 200 मरीज देखे जाएंगे। जांच के दाैरान मरीजों को दवा दी जाएगी। ओपीडी में 30 रुपये में रजिस्ट्रेशन होगा। एक बार रजिस्ट्रेशन कराने पर मरीज एक साल तक इलाज करा सकेंगे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान परिसर स्थित आयुष भवन एवं रैन बसेरा राष्ट्र को समर्पित किया। मौके पर समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक बेहतर समाज के निर्माण का माध्यम एम्स देवघर बनेगा।
पूर्वी भारत का पहला एम्स जहां रैन बसेरा
आयुष भवन में ही ओपीडी सेवा शुरू होगी। पूर्वी भारत का यह पहला एम्स है जहां रैन बसेरा बनाया गया है। इसमें मरीज के स्वजन के विश्राम की व्यवस्था होगी। अभी रैन बसेरा का उपयोग पठन-पाठन के लिए होगा। ओपीडी भवन बन जाने के बाद रैन बसेरा अपने मूल स्वरूप में आ जाएगा।
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