पलामू : प्रतिज्ञा यात्रा के ग्यारहवें दिन झारखण्ड सरकार के पूर्व मंत्री के. एन. त्रिपाठी के द्वारा दिनांक 10 सितम्बर को सिंगरा की पावन भूमि से प्रारम्भ किया गया था जो कि आज यह यात्रा चैनपुर प्रखंड के सलतुआ पंचायत के थम्हवा ग्राम से होते हुए सगरदिनवा, मलतुआ, सलतुआ, मकईयाटांड, करमडिह, बहेरा,कुमनी आदि ग्रामों से होकर रबदा पंचायत के रबदा ग्राम से होते हुए रबदा/पूर्वी टांड, केवाल पर , खरकटी और जयनगरा ग्राम से होकर गुजरेगी। उपस्थित जनसमूह ने पूर्व मंत्री त्रिपाठी का स्वागत गर्मजोशी के साथ किया गया।
श्री त्रिपाठी ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले दस सालों में चैनपुर प्रखंड के सलतुआ और रबदा पंचायत का समुचित विकास नहीं हो पाया। प्रतिज्ञा यात्रा के दौरान सलतुआ पंचायत के सगरदिनवा ग्राम में उदासीन व अकर्मण्य जनप्रतिनिधि के कारण तहले नदी पर पुल का निर्माण अभी तक नहीं हुआ है जिससे कि आवागमन बाधित है और बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।शहर से शिक्षक स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं।इसका मुख्य कारण यह है कि विधानसभा में जब क्षेत्र के विकास के लिए बजट पारित होता है तो दूसरे जिलों के जनप्रतिनिधि उसे मेजोरिटी के साथ अपने जिलों में ले जाते है और पलामू को पर्याप्त हिस्सा नहीं मिल पाता है और क्षेत्र का विकास अवरूद्ध हो जाता है।उन्होंने कहा जनहित की समस्या को पूरा तो करना ही है लेकिन पंच प्रतिज्ञा को भी पूरा करना हमारा लक्ष्य है।इस प्रतिज्ञा पत्र में पांच प्रमुख कार्य को पुरा करने के लिए ही मुझे विधायक बन कर धन संचय करने का स्वार्थ नहीं है । पांच प्रतिज्ञा को पूरा करके यश कीर्ति प्राप्त करने का स्वार्थ है ताकि अगले जनरेशन आए तो कहें कि यह सारा काम के० एन० त्रिपाठी शख्स ने किया था। जिससे कि हमारा जय- जयकार हो और यश कीर्ति की प्राप्ति हो।यही हमारा मुख्य उद्देश्य है। मुझे यही एकमात्र लालच है।जब चुनाव आता है तो दूसरे दलों के द्वारा अशिक्षित लोगों को बहला फुसलाकर कर , लालच देकर जाती पाती की बात करके बरगलाया जाता है और प्रलोभन देकर वोट तोड़ने का काम करते हैं। इसलिए आप लोग नेता चुने , जाति-पाति तो शादी विवाह करने के लिए होता है।आप ईमानदार और कर्मठ नेता को विधानसभा में भेजने का काम करिए जो काम करने वाला हो , आपके हिस्सों को अपने ताकत के बल पर बजट को पलामू में ला सके जिससे की पलामू और झारखंड का विकास हो।
यह यात्रा झारखण्ड के विकास से जुड़े पांच मुख्य मुद्दों पर केंद्रित है, जो युवाओं, महिलाओं, किसानों और समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण से जुड़े हैं। श्री त्रिपाठी ने इन मुद्दों पर जोर देते हुए बताया कि यह यात्रा निम्नलिखित लक्ष्यों पर आधारित है:
इस यात्रा में मुख्य रूप से नरेश सिंह, युगराज सिंह, सकलदेव चौधरी, रिंकी देवी, चिंता देवी, पूजा देवी, सोनू कुमार, बिरबल भुईयां, बबिता देवी, सुषमा देवी, पंकज भुईयां, कामख्या तिवारी, रंजन दुबे के साथ - साथ मुख्य रूप से स्थानीय लोग भी उपस्थित थे.