प्रतिज्ञा यात्रा का कारवां अठारहवें दिन चैनपुर प्रखंड के भडगांवा, नेऊरा, सेमरा, झरिवा , बन्दुआ , बांसडीह , महुगांवा और बुढिवीर पंचायत के शेष ग्रामों में पहुंचा।
आपको ज्ञात होगा कि 10 सितम्बर से 01 अक्टूबर तक झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री के० एन० त्रिपाठी के द्वारा प्रतिज्ञा यात्रा का शुभारंभ सिंगरा ग्राम से प्रारम्भ हुआ था जो कि आज अठारहवें दिन चैनपुर प्रखंड के भडगावां पंचायत के पिण्डरा, कुरका,डुमरी ग्राम से होते हुए नेऊरा पंचायत के टेमराई ग्राम, बन्दुआ पंचायत के कुदागा कला एवं कुदागा खूर्द ग्राम(मुस्लिम टोला व हरिजन टोला), सेमरा पंचायत के खूरा खूर्द ग्राम, बुढिवीर पंचायत के बुढिवीर ग्राम के (हरिजन टोला, यादव टोला) , झरिवा पंचायत के लादी, बांसडीह पंचायत के उलमान , महुगांवा पंचायत के चकहरभोंगा ग्राम से होकर चलेगा। प्रतिज्ञा यात्रा के दौरान पूर्व मंत्री के० एन० त्रिपाठी ने जनता को दिया भरोसा, जनता को दिए गए वचनों से हूं वचनबद्ध, अवश्य करूंगा पूरा
पलामू : आप सब को मालूम है कि झारखंड के पूर्व मंत्री कृष्णानंद त्रिपाठी जनता को दिए गए पांच प्रतिज्ञा को लेकर प्रतिज्ञा यात्रा का आरंभ किया है। वह जहां भी जा रहे हैं। जनता के द्वारा उन्हें अभूतपूर्व स्वागत किया जा रहा है। उन्होने कहा कि उन्होंने पांच प्रतिज्ञा जनता से किया है, उसे हर हाल में पूरा करूंगा। पूर्व मंत्री ने कहा कि मैं जनता को दिए गए वादों से वचनबद्ध हूं। उसे अवश्य पूरा करूंगा।
पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी ने चैनपुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के विभिन्न गांवों का दौरा किया।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्रतिज्ञा यात्रा इसलिए आवश्यक है क्योंकि जो कार्य 2014 में अधुरा रह गया था। डालटनगंज क्षेत्र पिछले 10 वर्षों में काफी पिछड़ गया है, हमारे कार्यकाल में कई योजनाएं स्वीकृत हुई थी। पेयजल संकट और खास महल के संकट को दूर करने के लिए हमने कई कदम उठाए थे। हमारा सपना है कि इलाके से पलायन की समस्या को दूर किया जाए एवं मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना हो. विधानसभा क्षेत्र के लिए हमने कई योजनाएं बना रखी है। हमारी प्राथमिकता है कि डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को नौकरी दी जाए एवं पेयजल की संकट को दूर किया जाए। जन्मभूमि पलामू, स्वर्णभूमि के पथ पर के सपना को साकार करना है। पिछले दस सालों में कर्मठ एवं सुयोग्य जनप्रतिनिधि विधानसभा में नहीं भेजे जाने के कारण जनता परेशान हैं। चूंकि उनके अधिकारों के बात करने के लिए एवं न्याय दिलाने के लिए कोई नहीं है।शेष कार्य को पुरा करने के लिए जनता को प्रतिबद्धता, संकल्प, प्रण , शपथ के लिए संकल्पित हूं और इस कार्य को पूरा करने के लिए सत्ता का होना जरूरी है। बिना आपके सहयोग से सत्ता में नहीं जा सकता। इसलिए सभी माताओं -बहनों , भाई, नवयुवकों सब लोग एकजुट होकर सहयोग करें। पिछले बार जब हम 05 वर्षों के लिए विधायक के रूप में चयनित हुए थे तो 03 वर्ष विधायक रहे थे बाकी 02 वर्ष राष्ट्रपति शासन लागू रहा।एक बार 06-06 महिनों के लिए और दूसरे बार 10-11 महिनों के लिए राष्ट्रपति शासन रहा। हमारे 03 वर्ष का कार्यकाल को जनता ही नहीं बल्कि पुरा विधानसभा, पुरा पलामू और पुरा झारखंड जानता है। उतना काम कई वर्षों में नहीं हुआ था। अब काम का दायरा बढ़ाना है साथ ही साथ आधारभूत संरचना भी बढ़ाना है, महिलाओं को काम (व्यवसाय) में लगान है ताकि देश का GDP बढ़े, इनके परिवार का आर्थिक स्थिति सुदृढ़ व मजबूत हो सकें। नवयुवकों को नौकरी - रोजगार देना हैं ताकि इनका विकास हो , बेरोजगारी न रहे। इनकी उर्जा देश के विकास में लगे। आधारभूत संरचना खड़ा करना है, बड़े - बड़े उद्योग - धंधे, कल- कारखाने , माइंस स्थापित करना है ताकि जनता पलायन न कर सके। पिछले दस वर्षों में किसी ने कोई कार्य नहीं किया है। काम करने की बात तो दूर है कोई जनता के बीच में जाकर सुध तक नहीं लिया है। जनता इस बार उद्वेलित है और कोई झांसे में नहीं आने वाला है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक बुथ से 10 नवयुवकों को रोजगार देना हमारा पहला प्रतिज्ञा है जिसके लिए संकल्पित व प्रतिबद्ध हूं।
उन्होंने कहा कि हमारा दूसरा प्रतिज्ञा महिलाओं के लिए है जो कि जब मैं ग्रामीण विकास मंत्री था तो महिला स्वयं समूह का गठन किया थाऔर अपने हाथों से सभी समूह को व्यवसाय करने के लिए 15-15 हजार रुपए का चेक वितरित किया था जो आज सिर्फ और सिर्फ लोन देने और लोन भरने के लिए रह गया है। कोई व्यवसाय नहीं हुआ है।मैं महिलाओं से कहना चाहता हूं कि जहां समूह का निर्माण नहीं हुआ है वहां समूह गठित करें और जब मैं विधानसभा में जाउंगा तो प्रत्येक समूह को एक -एक लाख रुपए का वित्तिय सहायता समूह को प्रदान करूंगा जिससे कि उस समूह का व्यवसाय फल फूल सके। जिससे कि उनका परिवार सुखी संपन्न हो सकें।
हमारा तिसरा प्रतिज्ञा है पेयजल की समस्या से निजात दिलाने के लिए है जब मैं मंत्री था तो कोयल नदी को बांधने के लिए डि पी आर तैयार किया ही था कि आदर्श आचार संहिता लग गया और कार्य पूर्ण नहीं हो सका उसके बाद लोग सहानुभूति देकर दूसरा जनप्रतिनिधि चुन लिए और मैं चुनाव हार गया। जहां से मैं काम को छोड़ कर आया उसके बाद एक रत्ती भर विकास कार्य नहीं हुआ।
मेरा चौथा प्रतिज्ञा है कि स्वास्थ्य सुविधा मजबूत है। प्रायः हमेशा उचित स्वास्थ्य चिकित्सा नहीं रहने के कारण डाक्टर परामर्श में मरिजों को रेफर कर दिया जाता है जिससे कि रास्ते में ही मौत हो जाती है।हम प्रतिबद्ध है कि दिल्ली जैसा एक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण करें जिससे कि मरिज का समुचित इलाज यही हो सकें।दर -दर भटकना ना पड़े।
हमारा पांचवां प्रतिज्ञा है कि पंचायतों में बालू को फ्री करना है।आज बालू का यह हाल हो गया है कि जैसे बोरा में चिनी खरिद रहे हैं।बोरी में भर -भर कर बालू का उठाव कर बेचा जा रहा है। प्राकृतिक संसाधनों जैसे हवा , पानी मैं टैक्स कैसा ये तो प्रकृति से मिला है।बालू भी प्राकृतिक संसाधन हैं।जब मिट्टी का क्षय होता है तो बालू बनता है और बालू तो नदियों में बहता रहता है।
यह यात्रा झारखण्ड के विकास से जुड़े पांच मुख्य मुद्दों पर केंद्रित है, जो युवाओं, महिलाओं, किसानों और समाज के विभिन्न वर्गों के कल्याण से जुड़े हैं। श्री त्रिपाठी ने इन मुद्दों पर जोर देते हुए बताया कि यह यात्रा निम्नलिखित लक्ष्यों पर आधारित है:
1. प्रत्येक बूथ से 10 युवाओं को नौकरी देना।
2. झारखण्ड आजीविका मिशन के तहत महिलाओं के लिए व्यवसाय हेतु 1 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करना।
3. किसानों के लिए सिंचाई की उचित व्यवस्था के लिए कोयल, ओरंगा, अमानत और सुकरी नदियों को जलाशयों से जोड़ना।
4. पलामू जिले में सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का निर्माण।
5. शहरों और ग्रामीण इलाकों में पेयजल की समस्या का समाधान, खासमहल की जमीन पर मालिकाना हक, और पंचायतों में मुफ्त बालू की व्यवस्था।
यह यात्रा केवल एक राजनीतिक पहल नहीं है, बल्कि डाल्टनगंज विधानसभा के विकास, सामाजिक सुधार और जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर एक गंभीर प्रयास है। श्री त्रिपाठी और उनकी टीम का यह प्रयास झारखण्ड के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक ठोस व महत्वपूर्ण कदम है!