पलामू: मेदिनीनगर नशा करने वाला ब्यक्ति का जीवन खुशहाल नही रहता। उक्त बातें पलामू जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अरविंद कच्छप ने कही। वे मंगलवार को बस स्टैंड व डाकघर परिसर में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर डालसा द्वारा आयोजित नशा उन्मूलन पर जागरूकता शिविर में बोल रहे थे ।उन्होंने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति का जीवन कभी खुशहाल नहीं होता ।नशा को देश से मुक्त बनाने के लिए हर व्यक्ति को अपने स्तर पर प्रयास करना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि नशा की लत से हमने बड़े-बड़े घर उजड़ते देखा है ।नशा करने वाला व्यक्ति अपना मान सम्मान सब कुछ खो देता है । नशा के कारण कोई भी अपना अच्छा और बुरा नहीं समझ पाते हैं । और वह गलत राह पर चलने लगते हैं। बीएन लॉ कॉलेज के प्राचार्य पंकज कुमार ने कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति अपनी स्मृति व संवेदनशीलता अस्थाई रूप से खो देता है। नशे के सेवन से दिमाग की कोशिकाओं पर बहुत बड़ा प्रभाव पडता हैं। मौके पर उन्होंने कहा कि नशा खोरी भारतीय समाज मे बड़ी समस्या बन चुकी हैं। लोग जीवन के तनाव व विफलताओं से पीछा छुड़ाने के लिए नशे की लत का सहारा लेते हैं। ह्रदय की पबित्रता व बिचारो की शुद्धता के लिए नशा मुक्ति बेहद जरूरी है। मौके पर पी एल भी करण थापा ने कहा कि 70 फीसदी से अधिक अपराध लोग नशे की हालत में करते हैं।या उस अपराध को अंजाम तक पहुचाने के लिए नशा करते हैं।उन्होंने कहा कि नशा ब्यक्ति को शारिरिक, मानसिक,व आथिर्क रूप से ही बदहाल नही करता बल्कि परिवार के परिबार बर्बाद कर देती है।उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से मिलने वाली सुबिधा के बारे में विस्तार से चर्चा की।उन्होंने कहा कि न्याय सबके लिए अब सुलभ हो गया हैं।बिदित हो कि रेलवे स्टेशन पर रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी मनोज कुमार द्वारा व बिभिन विभिन्न पंचायत में पैनल अधिवक्ता व पीएलभी द्वारा भी नशा मुक्ति पर जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
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