लातेहार : जिले के हेरहंज थाना क्षेत्र अंतर्गत चाया गांव के गंदुर बिगवा नामक जंगल में शुक्रवार की देर रात टीएसपीसी उग्रवादियों ने सड़क पर जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान उग्रवादियों ने कोयला लदे दो वाहनों (हाइवा- JH10CJ-3496 व JH19E-0032) को फूंक दिया। घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादियों ने घटनास्थल पर एक हस्तलिखित पर्चा छोड़ा, जिसमें घटना की जिम्मेदारी लेते हुए संगठन के आदेश के बिना काम नहीं करने की धमकी भी दी। इधर, घटना की सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और उग्रवादियों के खिलाफ छापेमारी अभियान शुरू कर दिया।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर रात लातेहार के तुबेद कोलियरी से कोयला लेकर दो हाइवा ट्रक बालूमाथ रेलवे साइडिंग की ओर जा रहे थे। उग्रवादियों ने हेरहंज थाना क्षेत्र के चांया जंगल के समीप सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर रखकर सड़क को अवरुद्ध कर दिया था। जैसे ही कोयला लदे वाहन वहां पहुंचे उग्रवादियों ने हथियार के बल पर दोनों चालकों को वाहन से नीचे उतार लिया और वाहन में आग लगा दी। इसके बाद उग्रवादियों ने एक पर्चा चालक को दिया और दूसरा पर्चा सड़क पर फेंक दिया। फूंके गये हाइवा ट्रक एक डीवीसी कम्पनी व दूसरा डीही मुरुप निवासी अशोक राम का बताया जा रहा है।
उग्रवादियों द्वारा पर्चे में लिखा गया था कि संगठन के आदेश के बिना आगे की कार्रवाई की गयी तो परिणाम बुरे होंगे। उग्रवादियों के जाने के बाद चालकों ने वाहन मालिक को घटना की जानकारी दी। इसके बाद वाहन मालिक ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और उग्रवादियों के पर्चे को जब्त कर लिया। उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने आसपास के इलाके में छापेमारी भी की।
इस संबंध में लातेहार के पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन ने बताया कि पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
ज्ञात हो कि 3 साल पहले तक जिले के हेरहंज और आसपास के इलाकों में टीएसपीसी उग्रवादी सक्रिय थे। लेकिन पुलिस द्वारा उग्रवादियों के खिलाफ चलाये गये व्यापक अभियान के कारण जिले में टीएसपीसी उग्रवादी संगठन निष्प्रभावी हो गया। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि टीएसपीसी उग्रवादियों द्वारा अपना प्रभाव कायम रखने के लिए इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया है, ताकि कोयला कारोबार से लेवी प्राप्त की जा सके।