झारखंड के पलामू के लोइंगा गांव में दर्द और बुखार से पीड़ित एक महिला को ग्रामीण मेडिकल प्रैक्टिशनर ने इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगते ही महिला की हालत बिगड़ गई। तब प्रैक्टिशनर ने उन्हें एक और इंजेक्शन लगा दिया। दूसरा इंजेक्शन लगने के बाद महिला की हालत और बिगड़ गई। परिवारवाले उन्हेें लेकर किशुनपुर पीएचसी केे लिए निकले। उनके साथ में मेडिकल प्रैक्टिशनर भी था लेकिन रास्ते में ही महिला की मौत हो गई। इसके बाद वह फरार हो गया। गांववालों के हंगामे के बाद पलामू के सिविल सर्जन ने मेडिकल प्रैक्टिशनर की क्लीनिक सील करा दी है।
मिली जानकारी के अनुसार पाटन थाना क्षेत्र के लोइंगा गांव में 26 वर्षीय सिंकी देवी बुधवार की शाम करीब पांच बजे कान के दर्द से परेशान अपनी दो साल की बच्ची का इलाज कराने गई थीं। सिंकी को भी दर्द और बुखार था इसलिए बेटी के इलाज के बाद उन्होंने मेडिकल प्रैक्टिशनर से अपने लिए भी दवा मांग ली। आरोप है कि प्रैक्टिशनर ने सिंकी को टैबलेट की बजाए इंजेक्शन देने पर जोर दिया। उसने जैसे ही इंजेक्शन लगाया सिंकी देवी की हालत बिगड़ गई। उनका शरीर काला पड़ने लगा। तब ग्रामीण प्रैक्टिशनर ने उन्हें एक और इंजेक्शन लगाया, जिसके बाद वह बेहोश हो गईं।
रात भर किशुनपुर पिकेट पर रात भर डटे रहे परिजन
घटना के बाद से आरोपी मेडिकल प्रैक्टिशनर फरार है। मृतका के पति अशोक बैठा ने बताया कि मेडिकिल प्रैक्टिशनर ही उन्हें और उनकी पत्नी को बाइक पर बैठाकर करीब तीन किलोमीटर दूर किशुनपुर पीएचसी पहुंचा रहा था लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत के बाद फरार हो गया। घटना के बाद मृतका के शव के साथ परिवारीजन और ग्रामीण किशुनपुर पिकेट पहुंच गये और ग्रामीण मेडिकल प्रैक्टिशनर पर कार्रवाई की मांग करने लगे। ग्रामीण गुरुवार की सुबह तक पिकेट परिसर में जमे रहे। पाटन के थाना प्रभारी प्रकाश कुमार ने कहा कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है। परिजनों के लिखित आवेदन पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।
सिविल सर्जन ने दिया क्लीनिक सील करने का निर्देश
इस मामले में पलामू के सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ केनेडी ने पाटन प्रखंड के प्रभारी मेडिकल ऑफिसर डॉ. जुबैर से बातचीत कर पूरी जानकारी ली। साथ ही मामले में एफआईआर दर्ज करने और आरोपी ग्रामीण मेडिकल प्रक्टिशनर (क्वैक) के क्लीनिक काे सील करने का निर्देश दिया है। वहीं डॉ.जुबैर ने संबंधित गांव की सहिया से महिला की मौत की घटना से संबंधित रिपोर्ट तलब की है। सिविल सर्जन ने ग्रामीण मेडिकल प्रक्टिशनर (क्वैक) के खिलाफ जल्द जिला स्तरीय अभियान शुरू कर ग्रामीण क्षेत्र में अवैध रूप से से मेडिकल प्रैक्टिस कर लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई सुनिश्चित करने की भी बात कही।